कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए सरकार ने तमाम प्रतिबंध लगाने के साथ लोगों से सामाजिक दूरी बनाने की भी अपील की है। वैसे तो समाज के बिना हम अधूरे हैं, लेकिन जब हम ही नहीं रहेंगे तो समाज कहां रहेगा। खुद को दूर रख आप अपने साथ-साथ समाज को भी संक्रमण से बचा पाते हैं। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार डॉक्टर ललित कांत के मुताबिक, इस समय हमें सामाजिक दूरी बनाने पर गंभीरता से काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि 31 मार्च तक का समय क्यों इतना महत्वपूर्ण है।
समाजिक दूरी क्या है और क्यों है यह महत्वपूर्ण
कोराना वायरस के प्रसार को रोकने अथवा कम करने की रणनीति का हिस्सा है। यह सभी पर लागू होता है, चाहे उसमें किसी तरह का लक्षण हो या नहीं हो। इसमें यह बात भी मायने नहीं रखती वह बुजुर्ग अथवा बीमार है या नहीं। हमें अपने रहन-सहन में बदलाव करने की जरूरत है। अगर हमें इसके सकारात्मक नतीजे पाने हैं तो पूरी सख्ती से इसका पालन करना होगा।
31 मार्च तक स्कूल, मॉल और जिम को बंद रखने के पीछे क्या कारण है
दो सप्ताह का समय किसी संदिग्ध को अलग करके रखने के समय के बराबर है। अगर किसी को संक्रमण है तो इतने दिनों में वह सामने आ जाएगा। इसी बीच वह सामाजिक दूरी बनाकर रखेगा तो उससे दूसरों को संक्रमण होने का खतरा बहुत कम हो जाएगा। इसलिए 31 मार्च तक के लिए यह पाबंदी लगाई गई है।
ध्यान रखें इन बातों का
-भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर न जाएं।
-दूसरों से छह फुट की दूरी बनाकर रखें।
-खरीदारी करने के लिए ऐसे समय निकलें जब भीड़ कम होती है। आप ऑनलाइन या फोन पर भी चीजें मंगा सकते हैं।
-बच्चों को खेलने के लिए बाहर न जाने दें।
-रेस्त्रां में कम से एक मीटर की दूरी बनाए रखें।
कोरोना से सावधान रहिए डरिए मत